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Showing posts from April 18, 2019

बेल के औषधीय गुण

श्री योग संजीवनी... 🍈🍐🍈🍐🍈🍐🍈 *बेल के औषधीय  गुण* बेल एक फल है। जिसमे भरपूर मात्रा में केल्शियम, फास्फोरस, विटामिन, फाइबर, प्रोटीन और आयरन जैसे पोषक तत्त्व होते है। बेल में कई औषधिय गुण है जो की कब्ज, अपच, बवासीर, मधुमेह, कैंसर, साँस की समस्या, पेचिश, दस्त, सुजन आदि रोगों से आराम दिलाता है। बेल गर्मी के मौसम में मिलने वाला ये फल गर्मी से तो राहत दिलाता ही है साथ ही स्वास्थ्य की कई समस्यों से निजात दिलाता है। दिन में एक बार बेल का शर्बत पीते है तो आप हमेशा रोग मुक्त रहेंगे। बेल ऊपर से कठोर और अंदर से पीले रंग का गूदा होता है। गूदा लसादर और चिकना होता है। इससे नारयल की तरह फोड़ना पड़ता है। आइये जानते है इसके स्वास्थ्य लाभ के बारे में। *मधुमेह* 15 पत्ते बेलपत्र और 5 कालीमिर्च पीसकर चटनी बनाकर, एक कप पानी में घोलकर पीने से मधुमेह ठीक हो जाता हैं। यह लम्बे समय एक दो साल लेने से स्थायी रूप से मधुमेह ठीक हो जाता हैं। नित्य प्रात: बेलपत्र का रस 30 ग्राम पीने से भी लाभ होता हैं। *बगल दुर्गन्ध दूर करने हेतु* बिल्व की पत्तियों का रस कुछ दिनों तक बगल में लगाने से दुर्गन्ध द...

ग्रीष्म विशेष

श्री योग संजीवनी... *🌻ग्रीष्म विशेष🌻* *🌹गर्मीनाशक शरबतः🌹* 🌻🍀जीरा, सौंफ, धनिया, काली द्राक्ष अथवा किशमिश व मिश्री समभाग लेके कूटकर मिला रखें। एक चम्मच मिश्रण एक ग्लास ठंडे पानी में भिगो दें। 2 घंटे बाद हाथ से मसलकर, छानकर पीयें। पीते ही शीतलता, स्फूर्ति व ताजगी आयेगी।    *🌹गर्मी एवं पित्तजन्य तकलीफों में🌹*  🌻🍀रात को दूध में एक चम्मच त्रिफला घृत (त्रिफला घृत आयुर्वेदिक विश्वसनीय जगह से लेना चाहिए) मिलाकर पीयें। पित्तजन्य दाह, सिरदर्द, आँखों की जलन में आराम मिलेगा।     🌻🍀दोपहर को चार बजे एक चम्मच गुलकंद धीरे धीरे चूसकर खाने से भी लाभ होता है।    *🌹लू से बचने हेतुः🌹* 🌻🍀गुड़ (पुराना गुड़ मिले तो उत्तम) पानी में भिगोकर रखें। एक दो घंटे बाद छान कर पीयें। इससे लू से रक्षा होती है।     🌻🍀प्याज और पुदीना मिलाकर बनायी हुई चटनी भी लू से रक्षा करती है।      *🌹ग्रीष्म में शक्तिवर्धक🌹*  🌻🍀ठंडे पानी में जौ अथवा चने का सत्तू, मिश्री व घी मिलाकर पीयें। सम्पूर्ण ग्रीष्म में शक्ति बनी रहेगी।