इम्यून सिस्टम

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*निरोगी काया अनमोल रत्न*

�� ईम्युनीटी बुस्टर  �� ����������������������  �� कहि बार आपने लोगो को यह कहते सुना होगा की    �� सदिँयो मे सीफँ १ केला खाया आैर सदिँ जुकाम हो गया.  ���� यह भी सुना होगा जब गमीँ का मौसम चालु होता है तब बार बार बुखार आ जाता है.   ���� तो किसीको उल्टि - उबका , डीप्रेशन होता है  ��  यह भी सुना होगा मै तो मैसम बदलने के साथ हि बिमार  हो जाता हू.   �� तो कोई कहेगा की मुजे तो ईन चीजो से ऐलजीँ है.   �� वहि दूसरि तरफ यह भी सुना होगा मै अगर कुछ भी खावु तो भी बिमार नहि पडता.    �� दोनो के बीच का अन्तर कंयु ? �� •••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••  �� दोस्तो हमारा शरिर मे आोटो ईम्युन सीस्टम है . जो बाहरि विजातीय दव्यो से लडने की शकित् ऐवं रोगो से लडने की शकि्त हमारा शरिर मै ही होती है. जीसे हम रोग प्रतीकार शकित् कहते है. अगर हमारि रोग प्रतीकार शकित् ठिक है तो हमारे अंदर रोग प्रवेश हि नहि कर सकता.   �� अगर आपकी ईम्युनीटी लो हे तो आप बार बार बिमार पडेंगे. आैर विविध रोगो के शिकार बनेंगे.   �� आज मै आपको बताता हू ऐक चूरन जो आपकी ईम्युनीटी बठाता है. आैर सभी रोगो से बचाता है ऐवं रोगो को दूर करता है.    �� ईम्युनीटी बुस्टर चूणँ �� ••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••  �� धनिया           20 GMs  �� सौंफबीज.      20 GMs  �� मूलेठि            20 GMs  �� चीरायता        20 GMs  �� गीलोय.         20 GMs   �� कालीजीरी    20 GMs  �� बायविंडग.    20 GMs �� सौंठ.            20 GMs  �� नीम का अंदर का छिलका   20 GMs    �� उपर बताये गये सभी आैषधि आपको पंसारि से आसानी से मील जायेगी. वहां से आैषधि लाकर कुट दे. आैर कपडछान चूरन बनाले. आैर सबको मीला ले.    �� माञा ऐवं बनाने कि विधि �� •••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••  ��  तंदुरस्त व्यक्ति १ चमच आैर रोग से पिडीत  व्यक्ति 1  चमच से  लेकर २  ग्लास पानी मे खूब उबाले जब आधा पानी जल जाये तब ठंडा होने पर पीऐ.    �� सेवन का समय :- सुबह खाली पेट सबसे उत्तम आैर 30 मिनट तक कुछ भी ना ले.    �� फायदे  �� •••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••  ��  नित्य सेवन से शदिँ , जुकाम , फ्लु , गैस , पिलीया , कब्ज , दमा , पेट के रोग , पाचनसंबधी रोग, सोरायसीस सभी प्रकार के चमँ रोग , गला ऐवं आंख के रोग , पाईल्स , डायाबीटीस , जोडो का ददँ , धुंटनो का ददँ , संधिवात् , आमवात् , दाद-खाज , खुजली , सुजन , जलन , पीत्त रोग , कफ , शदीँ , ऐसीडीटी , पेशाब की तकलीफ , वगैरा तकलीफो मे यह चूरन बहोत ही कारगर उपाय है.   �� अगर रोगी से पिडीत व्यक्ति  ईसका सेवन करे तो  रोग  दूर होते  है   �� अगर जो लोग तंदुरस्त है वो ईसका सेवन करे तो उन्है कोई रोग नहि होता.   �� यह चूरन सभी लोगो के लीये वरदान है.   ��

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