वीर्य वर्धक
बरगद के फलों के प्रयोग:
बरगद के पके हुए फल तोडकर इकट्ठे करें नीचे गिरे हुए न लें।
इन्हें धुप में न सुखाकर छाया में सुखाएँ।
सुख जाने के बाद पत्थर के सिलबट्टे पर रगडकर पाउडर बना लें।
इस पाउडर के वजन के बराबर मात्रा में मिश्री( शक्कर नहीं) भी पत्थर पर ही पिसकर इस पाउडर में मिला लें।
इस पाउडर को मिट्टी के बर्तन में भरकर रख लें।
इस पाउडर को आधा चम्मच की मात्रा में सुबह शाम गर्म दूध के साथ लें।
इससे पौरुष शक्ति,वीर्य का गाढापन,शुक्रवृद्धि,चेहरे पर लाली व और भी अनेकों लाभ होते हैं।
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भीगा चना नंपुसकता, वीर्यवर्धक, सम्भोग शक्ति और मांसपेशियों के लिए अचूक उपाय, 100% रिजल्ट मिलेगा
भीगा चना यूं तो सेहत के साथ-साथ सुंदरता के लिए भी बेहतर है लेकिन आयुर्वेद में इसे मर्दानगी बढ़ाने की अचूक दवा माना गया है। जानिए क्यों?
नपुंसकता समाप्त :
आयुर्वेद में कहा गया है कि रात भर भीगे हुए चने का पानी पीने से शरीर में घट रहा वीर्य फिर से बनने लगता है और शरीर पुष्ठ होता है। भीगे हुए चने के पानी में अगर शहद मिलाकर पिया जाए तो सालों पुरानी नपुंसकता समाप्त हो जाती है।
वीर्यवर्धक उपाय :
अगर शरीर कमजोर होने के साथ साथ वीर्य में कमी हो तो चनों को चीनी के बर्तन में रात को ही भिगोकर रख दें। सुबहह इसे पानी से निकाल कर चबा-चबा कर खाएं और इसका पानी भी पी लें। दो सप्ताह ये क्रिया करने से वीर्य में बढ़ोतरी होती है और पौरुष से जुड़ी परेशानियां खत्म हो जाती हैं।
माँसपेशियाँ को फौलाद बना दे : एक कटोरी भीगे हुए या सेंके हुए चने रोज पांच बादाम के साथ चबा-चबा कर खाएं। इससे शरीर मजबूत होता है और यौन शक्ति में इजाफा होता है। भीगे चनों को दूध के साथ खाने से मांसपेशियां और पुट्ठे मजबूत होते हैं।
सम्भोग शक्ति : भीगे हुए चने सुबह-शाम चबाकर खाने के बाद अगर शहद मिलाकर गुनगुना दूध पिया जाए तो मैथुन-शक्ति बढ़ती है और नंपुसकता खत्म होती है।।
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धन्यवाद और आभार ईश्वर का🙏🙏