आदर्श दिनचर्या

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आदर्श दिनचर्या खुद बनायें नियम :-

1 रात्रि 9 -11 के बीच में सो जाना है

2 सुबह 3-5 के बीच उठना है

3 साक्षात्कार की no 1 युक्ति के अनुसार विधि कर लें

4 नींद में से उठने के बाद 2-3 मिनट शांत बैठे रहें

5 - 3 मिनट मत्था टेक कार्यक्रम में पड़े रहें
ये शांत बैठने के बाद करना है

6 -  जिस समय गुरूजी अपने नियम में बैठते हों उस समय शिष्य भी नियम में बैठे

इससे अत्यधिक लाभ होगा

करके देख लो

7 टँक विद्या 2 बार कर लें
इससे जो भी साधन भजन करेंगे वो कई गुना बढ़ जायेगा

साधना भी गहराई से होने लगेगी
और संसार में भी अच्छा हो जायेगा

8 प्राणायाम 3बजे से 5  बजे के बीच में करने हैं ����

अलोम विलोम 5-10

1 मिनट और 40 sec वाले 5-10

9 वज्रासन में बाह्य कुम्भक 40 sec  3-4

10 कान में ऊँगली डालकर  कण्ठ से उं   वाला प्रयोग 10 बार कर लें

���� ये सारे नियम 5 बजे के पहले बिस्तर पर ही कर लें

11 जो स्वास् चल रहा हो वो पैर धरती पर रखें

अगर right स्वास् चल रहा हो तो 3 बार राईट साइड वाला पैर आगे रखें

अगर लैफ्ट साइड वाला स्वास् चल रहा हो तो
4 बार लेफ्ट पैर आगे रखें

12  अपने शरीर को खूब खीचें
ताकि आत्मा की शांति सामर्थ्य शरीर के हर अंग तक जाये

कुत्ते बिल्ली बासी रुखा सुखा खाने पर भी बहुत फुर्तीलें होते हैं

क्यू की वे अपने शरीर को खूब खीचते हैं

13  सुर्योदय के बाद पानी पीयें 1 लीटर या अपनी क्षमता अनुसार

14  थल बस्ती 100 बार अश्वनी मुद्रा 60 बार कर लें

ये खाली पेट थोडा पानी पीकर किया जाता है

शौच क्रिया के पहले भी ये कर सकते हैं

15 अशवनी मुद्रा थलबस्ती के बाद वैसे ही शांति में शवासन में पड़े रहें

और खुद को खोजें

16  सुबह की सन्ध्या जरूर करें

अगर सूर्योदय से पहले स्नान करना हो तो थोडा उजाला होने दें

जहाँ हवा न चलती हो वहां स्नान करें

17 स्नान के पहले सूर्य स्नान करें तो ज्यादा फायदा होगा

सूर्य स्नान 8 मिनट पेट की तरफ 10 मिनट पीठ की तरफ

नाभि पर धुप लगनी चाहिये

ये स्नान के बाद भी कर सकते हैं ठण्ड में ज्यादा समय भी कर सकते हैं

18 सूर्य को बापूजी की भवना करके रोज अरधेय दें

तुलसी में अरधेय दें तो उसके पत्तों का पानी सिरबी पर लगाएं टीका लगायें

19 PT करें
���� 20-20 उलटी सीधी रस्सी कूद

ताली ऊपर बजाते हुए उपर कूदे पैर साइड में फैलायें 10 बार

हाथ कमर पर रखें और ऊपर कुद्ते हुए पैर आगे पीछे करें 10 बार

20 दोनों हाथ जोड़कर गोप नाचते हैं वैसे नाचें

एक पैर आगे करके एड़ी ऊपर निचे। ऐसा 2-5 मिनट करें

21  पैर फैलाकर आगे की और झुकें दोनों हाथ जोड़कर दोनों पैरों को बिना घुटने मोडे छुवें

22  गर्दन आगे पीछे दबोच कर 20 -20 सुबुद्धि प्राणायाम

23  एक कटोरी में पानी भरकर पानी में देखते हुए गहरा साँस लेकर जल्दी जल्दी हरी ॐ हरी ॐ जप करते हुए साँस छोड़ें

7 बार में 100 की गिनती करनी है

24  तिलक रोज लगाएं बिंदी कभी न लगाएं

25  धुप या दीपक रोज जलाएं

20 माला नियम 10 माला रोज करें

26 त्राटक
बापूजी की फोटो पर रोज त्राटक करें

27  ॐ का 15 मिनट प्लुत जप

28  माला के बाद मत्था टेक कार्यक्रम करें
ध्यान रखें जमीन पर टच न हो नही तो धीरे धीरे जप की ऊर्जा जमीन में चली जाती है

29  स्वासोस्वास् 108 की गिनती करें गिनती के बाद 5 मिनट खुद को खोजें मैं कौन हूँ

30  गुरुगीता , गीता पढ़े

31  हे प्रभु आनंद दाता ज्ञान हमको दीजिये पढ़े

32  आशीर्वाद मन्त्र  2-5 मिनट मानसिक जपें या 1-2 माला कर लें

33  सूर्य मन्त्र 5 मिनट रोज जपें सूर्य का ध्यान जप करते समय आज्ञा चक्र में या नाभि में करें

जिनका स्वास्थ्य खराब हो वो नाभि में ध्यान करें

34  ॐ आर्यमाय नमः 2 माला जप करने वाला बुरे वातावरण के बीच से भी आसानी से बचकर निकल जाता है

35  पुरे दिन में दस बार हास्य प्रयोग जरूर करें

36 किसीसे भी बात करने से पहले 4 बार नारायण नारायण जरूर जपें

37  स्वास्थ्य मन्त्र 2-5 मिनट मानसिक जपें या 1-2 माला कर लें

38  ॐ ॐ बापूजी जल्दी बाहर आएं मन्त्र 2-5 मिनट मानसिक जपें या 1-2 माला कर लें

39  जितना हो सके पूरा दिन मौन रहें

बोलना पड़े तो कम बोलें

40  एकांत में रहें ज्यादा किसीसे मिलें जुले नहीं

41 अपने अंतर्यांमी को कभी दुखी नहीं होने देना

दुखी होना पाप है

प्रस्सन रहना सम रहना महा पूण्य

42  पुरे दिन क्रोध न करें

43 पुरे दिन सम रहें

44  पुरे दिन शांत रहें

45  पुरे दिन निर्विकार रहें

46  दिन में 9 बार प्राथना करके शांत हो जाये

47 रोज बापूजी का  सत्संग जरूर सुने

हो सके तो अपने लिए 1-2 सत्संग चुन लें रोज रोज उसी सत्संग को सुने

इससे साक्षात्कार भी हो सकता है

48 tv कम देखें या न देखें
मोबाईल में गेम बिलकुल न खेलें न ही मोबाईल में वीडियो देखें

49  सात्विक आहार करें

50  सुबह 7-9 के बीच  दूध ले सकते हैं

यदि हाथ पैर या कन्धों में दर्द और अकड़न हो तो न लें

कच्चा रस पचने दें

51  सुबह 9-11 के बीच भोजन कर लें

भोजन के बीच में पानी जरूर पीयें

आधा -1 घण्टा पहले और बाद में पानी बिलकुल न पीयें

52  दोपहर की संध्या 11:50-12:10
तक 20 मिनट जप ध्यान कर लें

काम धंधे में हों तो भी मानसिक नियम कर लें

53   सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे के बीच  कुछ न खाएं

54  दोपहर 3 - 5 के बीच खूब पानी पीयें
और मूत्र त्याग जरूर करें

55   रात्रि का भोजन शाम 5-7  के बीच कर लें

भोजन के बीच पानी जरूर पीयें बाद में 1 घण्टे तक न पीयें

56   शाम की सन्ध्या कर लें

त्रिकाल सन्ध्या करने वाले को रोजी रोटी की चिंता नहीं करनी पड़ती

57  - 7-9 के बीच दूध  ले सकते हैं

58  रात्रि को बिस्तर पर

आज जो जो अच्छा हुआ वो भगवान को अर्पण
जो गलतियां हुई उसके लिए माफ़ी मांगना

तू ही खयाल रख पर्भु हमारी गलतियां दुबारा न हों तू ही ध्यान रख

59 ॐ अर्यमाय नमः का 21 बार जप करेंगे

तर्जनी ऊँगली से तकिये पर अपनी माँ का नाम लिखेंगे

60 राग द्वेष अभिनिवेश पञ्च तत्व वाला नियम करते हुए

स्वासोस्वास् में सो जायेंगे

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