टांसिल

टोन्सिल के लक्षण  / Tonsils ke lakshan    

गले में खरास महसूस होना |
कंठ में तेज दर्द रहना |
कान के निचले भाग में भी दर्द रहता है |
दर्द के कारण बुखार भी रहता है |
शरीर में कमजोरी लगने लगती है |
टोन्सिल होने के कारण

ठण्ड मौसम के कारण |
ठंडी चीज के सेवन करने से |
किसी तरह के virus या becteria के कारण हमारे गले में संक्रमण होने से |
ice cream खाने या ठंडी शीतल पेय को पिने से |
शर्दी जुकाम के कारण भी टोन्सिल होने लगता है |
टोन्सिल का उपचार / Treatment of tonsil / Tonsils ka ilaj

दूध, हल्दी, एवं  गोलकी (milk, turmeric and papper mint powder) –  दूध हल्दी एवं गोलकी का मिश्रण बना कर पिने से बुखार गले का दर्द और सुजन कम होने लगता है | इसी वजह से इस मिश्रण का इस्तेमाल टोन्सिल होने पर किया जाता है | क्योकि टोन्सिल होने पर बुखार दर्द और सुजन होने लगता है |


एक ग्लास में गर्म दूध ले |
उस दूध में आधा चम्मच हल्दी का powder तथा आधा चम्मच गोलकी का powder को मिलाकर घोल दे |
रोजाना रात में सोने से पहले उस दूध को पिये
नीबूं और शहद ( lemon and honey ) – नीबूं और honey में नमक मिला कर सेवन करने से गले की सुजन भी कम होता है, साथ में गले का खरास भी दूर होता है |

एक ग्लास गर्म पानी ले |
उसमे एक नीबूं को काट कर उसके आधे भाग से रस को गर्म पानी में निचोड़ दे |
फिर उस गर्म पानी में 2 से 3 चम्मच शहद को मिला दे |
रोजाना दिन में तीन (3) बार उस घोल को एक सप्ताह तक सेवन करे |
गाजर (carrot) – गाजर में कारोतें नाम की gradients होते है जिसके कारण गाजर का रंग लाल होता है | गाजर में पाए जाने वाले यह gradients antitoxicant होते है | गाजर के सेवन से गले में होने वाले संक्रमण से बचा जा सकता है | जो टोन्सिल (tonsil) होने से भी बचाता है |

2 से तीन गाजर को juice बना कर रोजाना दिन में तीन बार पिये |
चुकुन्दर (beet juice) – beet में भी toxic agents पाए जाते है | जो virus तथा बेक्टेरिया से होने वाले संक्रमण से बचाता है |

beet का इस्तेमाल भी juice बनाकर किया जा सकता है |
गर्म पानी से गर्गिल (gargil with luke warm water) – रोजाना सुबह उठ कर एक ग्लास हलके गर्म पानी में एक चम्मच नमक मिला कर गर्गिल करने से भी tonsil का सुजन कम होने लगता है |

क्या न करे (kya na kare)

अगर आपको tonsil हुआ हो तो कुछ बातो का खास ध्यान रखना काफी आवाश्यक हो जाता है, जैसे-

दही , मलाई वाली दूध आदि का सेवन न करे |
मसालेदार खाना , तला हुआ चीजो को खाने से परहेज करे |
अगर आपको tonsil की परेशानी है तो आप धुम्रपान न करे तो बेहतर होगा |
किसी भी प्रकार की ठंडी चीजो का सेवन करने से बचने की कोशिस करनी चाहिए |

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