दस्त होने पर घरेलु उपचार

श्री योग संजीवनी...

*दस्त होने पर घरेलु उपचार*

दस्त(लूज मोशन) पेट से संबंधित रोग है जिसे डायरिया भी कहते हैजो पाचन तंत्र बिगड़ने के कारण हो सकती है। बड़े और बच्चे, दस्त और पेट में मरोड़ की समस्या से कोई भी प्रभावित हो सकता है। बदहज़मी और खाने पीने की गलत आदतें दस्त के प्रमुख कारण है। इसके इलावा जादा गर्मी और सर्दी लगने से भी पतले दस्त हो सकते है।


*पहला प्रयोग*

1 से 2 ग्राम सोंठका पाउडर 2 से 10 ग्राम शहद के साथ देने से दस्त एवं उलटी में लाभ होता है।

*दूसरा प्रयोग*

तुलसी के पंचांग(जड़, पत्ती, डाली, मंजरी, बीज) काकाढ़ा देने से अथवा प्याज, अदरकएवं पुदीने प्रत्येक के 2 से 5 मिलिलीटर रस में 1 से 2 ग्राम नमक मिलाकर देने से दस्त में लाभ होता है।

*तीसरा प्रयोग*

दस्त के रोगी की नाभि में बड़ का दूध अदरक का रस भर देने से लाभ होता है।
*चौथा प्रयोगः*

आम की गुठली की गिरी का 4 से 5 ग्राम चूर्ण शहद के साथ देने से लाभ होता है।

*पाँचवाँ प्रयोगः*

सौंफ और जीरा सम भाग लेकर तवे पर भूनें और बारीक पीसकर 3-3 ग्राम दिन में 2-3 बार पानी के साथ खिलावें। दस्त बन्द करने के लिए यह सस्ताव अच्छा इलाज है।
*छठा प्रयोगः*
कैसे भी तेज दस्त हों जामुन के पेड़ की पत्तियाँ (न ज्यादा पकी हुई न ज्यादा मुलायम) लेकर पीस लें। उसमें जरा सा सेंधा नमक मिलाकर उसकी गोली बना लें। एक-एक गोली सुबह-शाम पानी के साथ लेने से दस्त बन्द हो जाते हैं।

खूनी दस्त
*पहला प्रयोगः*
एक-एक तोला (12 ग्राम) इन्द्रजौ एवं अनार की छाल का काढ़ा बनाकर शहद के साथ पीने से खूनी दस्त में लाभ होताहै। इसमें अनार के रस का सेवन भी लाभदायक है

*दूसरा प्रयोगः*

खूनी बवासीर में तुलसी के बीज उपयोगी हैं। 10 से 20 ग्राम बीज कूटकर रात को मिट्टी के बर्तन में छः गुने पानी में भिगोयें। सुबह उसमें जीरा र शक्कर मिलाकर उस पानी को पीने से दस्त में गिरता खून बंद होताहै। फीके दही के साथ तुलसी के बीज का चूर्ण लेने से भी मल के साथ जाता रक्त बंद होता है।तीसरा प्रयोगःएक कप गन्ने के रस में आधा कप अनार का रस मिलाकर सुबह-शाम पिलाने से रक्तातिसार मिटता है।

*पहला प्रयोगः*
हरड़, सोंठ एवं सोंफ में से प्रत्येक को समान मात्रा में लेकर, सेंककर 3 से 6 ग्राम चूर्ण लेने से अतिसार का शूल मिटता है।

*दूसरा प्रयोगः*
आम की गुठली को छाछ अथवा चावल के मांड में पीसकर देने से आमातिसार में लाभ होता है।

*उपवास हर प्रकार के दस्त में अत्यंत लाभदायक है*

*दस्त और मरोड़ का रामबाण इलाज*

1) दस्त लगने पर पांच ग्राम जीरा ले और इसे भून कर पीस ले और दही या दही से बनी हुई लस्सी के साथ इसका सेवन करने पर कुछ ही देर में आराम मिल जाता है और अगर दस्त के साथ पेट में मरोड़ भी उठ रही हो तो जीरे के बराबर मात्रा में सौंफ भून कर दोनों को पीस ले और इसका एक चम्मच दिन में दो से तीन बार ले। पेट में उठने वाली मरोड़ और दस्त से तुरंत आराम पाने का ये रामबाण उपाय है

2) काली मिर्च के साथ एक चम्मच नींबू का रस और एक चम्मच अदरक का रस लेने से भी लूज मोशन में राहत मिलती है। अदरक का छोटा टुकड़ा मुँह में रख कर कुछ देर चूसे, इस उपाय से दस्त में आराम मिलता है और पेट की मरोड़ शांत होती है। अदरक की चाय भी दस्त रोकने में मददगार है।

*बच्चों के दस्त के घरेलू उपाय*

1.जब पहली बार बच्चे के दाँत निकलते है तब दस्त और बुखार की समस्या हो जाती है। ऐसे में बच्चे के खाने पीने का ख्याल रखना ज़रूरी है। बच्चे को दस्त होने पर हल्का खाना खिलाए

2.कई बार जादा गर्मी लगने या फिर शरीर में नमक की कमी होने से बच्चों को डायरिया हो जाता है। ऐसी स्थिति में पानी में थोड़ा नमक घोल कर बच्चे को पिलाए।

3.दूषित खाने से भी बच्चे को दस्त लग जाते है, इसलिए बच्चे को साफ़ सुथरा फुड ही खिलाए।

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